नरेंदर सिंह एक ईमानदार अधिकारी थे जो अवेध खनन के खिलाफ लड़ रहे थे और इसका परिणाम उनको जान दे कर चुकाना पड़ा सरकार ने न्यायिक जाँच की घोषणा कर दी है और सफाई दी की खनन माफिया नहीं है
लेकिन पन्ना में और दो अधिकारी पर हुआ हमला हुआ इस बात की गवाही देता हे की प्रदेश में खनन माफिया है
और उसकी जड़ बहुत अन्दर तक है सरकार को इस मामले को गभीरता स लेना होगा नहीं तो हर अधिकारी अब इस माफिया से लड़ने से सोचेगा
मुझे तो एक बात समझ नहीं आती इतने बड़े तंत्र पर एक माफिया कैसे हावी हो जाता है साफ बात है कही न कही कोई न कोई इससे जुड़ा जरूर है
जब इस जुडाब का पर्दाफाश होगा यभी में मानूगा की जीत सच्चाई की होती हे
एक फिर में शहीद नरेन्द्र सिंह को सलाम करता हु
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